शवासनस्थितां कालीं मुण्डमालाविभूषिताम्।
सर्वदेवस्तुता देवी शत्रुनाशं करोतु मे ।।
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शत्रुनाश करने वाली देवी और सभी प्रकार की संपत्ति देने वाली, सभी देवों के द्वारा स्तुतित देवी कालिका [मैं] तुम्हें प्रणाम करता हूँ। । इति श्रीरुद्रयामलतन्त्रोक्तं कालिकाकवचम् संपूर्णम् ।
माँ काली की घर में फोटो क्यों नहीं रखनी चाहिए?
प्रश्चात् किं-ग्-करतामेति सत्यं-सत्यं न संशय: ।।
पादाङ्गुलीः सदा पातु भवानी त्रिदशेश्वरी ।
प्राचीन भारतीय परंपरा से ही माँ दुर्गा को शक्ति का रूप माना गया है और इन के विभिन्न रूपों की पूजा अर्चना का विधान हमारे शास्त्रों more info में बताया गया है जैसा कि आप सब जानते ही होंगे कि हमारे भारत में वर्ष में दो बार मां दुर्गा के नौ रूपों की पूजा आराधना के लिए नवरात्रि का आयोजन होता है.
रक्षाहीनं तु यत्स्थानं कवचेनापि वर्जितम् ।
चार वीर भैरों चौरासी, चार बत्ती पूजूं पान ए मिठाई,
नवरात्र के दूसरे दिन मां के जिस रुप की पूजा होती है वह है ब्रह्मचारिणी.
श्मशानांग-र्-मादाय चूर्ण कृत्वा प्रयत्नत: ।
नवरात्र के आठवें दिन जिस देवी रूप की पूजा अर्चना की जाती है वह है मां महागौरी जैसा कि इनके नाम से ही हमें स्पष्ट तौर पर पता चलता है कि इनका रंग सफेद है अर्थात पूर्ण रूप से गौर है.